क्या आप अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट करने के लिए एटीट्यूड शायरी ढूंढ रहे हैं? मेरे सभी प्यारे दोस्तों का स्वागत है जो यहां Attitude Shayari 2 Line खोजने के लिए आए हैं। यदि आप अपना सशक्त व्यक्तित्व दूसरों को दिखाना चाहते हैं तो हम आपकी सहायता करेंगे। आपकी शायरी सभी को पसंद आएगी और वे आपकी ओर आकर्षित हो जाएंगे।
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कुछ लोग मिलके कर रहे हैं मेरी बुराई।
तुम बेटे इतने सारे और मैं अकेला मचा रहा हूँ तबाही।
अब मैं कुछ नहीं हूँ
मैंने माना,
कल को मशहूर हो जाऊँ तो कोई रिश्ता मत निकाल लेना..!!
आजकल मेरे आँखों को देख लोग नशेबाज़ कहते हैं,
जो लोग खुद धोखेबाज़ हैं,
वो मुझे धोखेबाज़ कहते हैं।
जब तक शांत हूँ शोर कर लो
क्यूँकि जब मेरी बारी आएगी आवाज़ भी नहीं निकाल पाओगे..!!
अकड़ तोड़नी है उन मंजिलों की
जिनको अपनी ऊँचाई पर गरूर है..!!
शेर को जगाना और हमें सुलाना,
किसी के बस की बात नहीं
हम वहाँ खड़े होते हैं जहाँ मैटर बड़े होते हैं..!!
बादशाह नहीं
टाइगर हूँ मैं
इसलिए लोग इज़्ज़त से नहीं
मेरी इज़ाज़त से मिलते हैं..!!
औकात की बात मत कर ऐ दोस्त
लोग तेरी बंदूक से ज्यादा मेरी मूँछ से डरते हैं..!!
मुझे क्या डराएगा मौत का मंजर
हमने तो जन्म ही कातिलों की बस्ती में लिया है..!!
2 Line Attitude Shayari
हथियार तो हम शौक के लिए रखते हैं
खौफ के लिए तो हमारा नाम ही काफी है..!!
दुश्मन से क्या डरना
शेर हूँ दुश्मन होना जायज़ है..!!
हम बात खत्म नहीं करते कहानी खत्म करते हैं..!!
जंगल में शेर जब चैन की नींद सोता है
तो कुत्तों को गलतफहमी हो जाती है कि जंगल में अपना राज है..!!
शेर के पाव में अगर काटा चुभ जाए
इसका ये मतलब नहीं कि कुत्ते राज करेंगे..!!
नाम तो हर किसी का चल सकता है
बस चलाने का दम होना चाहिए..!!
हम तो पहले से बिगड़े हुए हैं
हमारा कोई क्या बिगाड़ लेगा..!!
हम बंदूक के ट्रिगर पे नहीं
बल्कि खुद के जीगर पे जीते हैं..!!
इरादे सब मेरे साफ़ होते हैं
इसीलिए लोग अक्सर मेरे खिलाफ होते हैं..!!
Attitude तो बचपन से है
जब पैदा हुआ तो डेढ़ साल मैंने किसी से बात नहीं की..!!
वक्त ने फसाया है
लेकिन मैं परेशान नहीं हूँ
हालातों से हार जाऊँ
मैं वो इंसान नहीं हूँ..!!
आज भी हम हारी हुई बाज़ी खेलना पसंद करते हैं
क्योंकि हम अपनी किस्मत से ज़्यादा खुद पर भरोसा करते हैं..!!
औकात का पता तो वक्त आने पर चलता है यारो
रात को गिद्ध कितना भी चिल्ला ले
सुबह को दबदबा तो शेर का ही होता है..!!
हक़ से दो तो तुम्हारी नफरत भी कबूल हमें,
खैरात में तो हम तुम्हारी मोहब्बत भी न लें।
सूरज ढला तो कद से ऊँचे हो गए साये,
कभी पैरों से रौंदी थी यहीं परछाइयां हमने।
हम तो आँखों में संवरते हैं वहीं संवरेंगे,
हम नहीं जानते आईने कहाँ रखें हैं।
2 Line Hindi Attitude Shayari
मुझको मेरे वजूद की हद तक न जानिए,
बेहद हूँ बेहिसाब हूँ बेइन्तहा हूँ मैं।
की मोहब्बत तो सियासत का चलन छोड़ दिया,
हम अगर प्यार न करते तो हुकूमत करते।
हम भी बरगद के दरख़्तों की तरह हैं,
जहाँ दिल लग जाए वहाँ ताउम्र खड़े रहते हैं।
खुद्दारियों में हद से गुजर जाना चाहिए,
इज्जत से जी न पाये तो मर जाना चाहिए।
क्या हुस्न ने समझा है, क्या इश्क ने जाना है,
हम खाक-नशीनों की ठोंकर में ज़माना है।
रहते हैं आस-पास ही लेकिन पास नहीं होते,
कुछ लोग मुझसे जलते हैं बस ख़ाक नहीं होते।
ज़र्रों मे रहगुजर के चमक छोड़ जाऊँगा,
पहचान अपनी दूर तलक छोड़ जाऊँगा,
खामोशियों की मौत गंवारा नहीं मुझे,
शीशा हूँ टूटकर भी खनक छोड़ जाऊँगा।
मेरे दुश्मन भी मेरे मुरीद हैं शायद,
वक़्त-बेवक्त मेरा नाम लिया करते हैं,
मेरी गली से गुजरते हैं छुपा के खंजर,
रुबरू होने पर सलाम किया करते हैं।
हालात के कदमों पर समंदर नहीं झुकते,
टूटे हुए तारे कभी ज़मीन पर नहीं गिरते,
बड़े शौक से गिरती हैं लहरें समंदर में,
पर समंदर कभी लहरों में नहीं गिरत!
मिज़ाज में थोड़ी सख्ती लाज़िमी है हुज़ूर,
लोग पी जाते समंदर अगर खारा न होता।
जुबां पर मोहर लगाना कोई बड़ी बात नहीं,
बदल सको तो बदल दो मेरे खयालों को।
उगते हुए सूरज से मिलाते हैं निगाहें,
हम गुजरी हुई रात का मातम नहीं करते।
मेरी सादगी ही गुमनाम में रखती है मुझे,
जरा सा बिगड़ जाऊं तो मशहूर हो जाऊं।
जलजले ऊँची इमारत को गिरा सकते हैं,
मैं तो बुनियाद हूँ मुझे कोई खौफ नहीं।
सहारे ढूढ़ने की आदत नहीं हमारी,
हम अकेले पूरी महफ़िल के बराबर हैं।
थोड़ी खुद्दारी भी लाजिमी थी दोस्तो,
उसने हाथ छुड़ाया तो हमने छोड़ दिया।
2 Line Shayari Attitude
तू वाकिफ़ नहीं मेरी दीवानगी से,
ज़िद पर आऊँ तो ख़ुदा भी ढूंढ़ लूँ।
शाम का सूरज हूँ पूछता कोई नहीं,
जब सुबह होगी मैं ही खुदा हो जाउंगा।
सुधर गया मैं तो फिर पछताओगे,
ये मेरा जूनून ही तो मेरी पहचान है।
इश्क़ की होली खेलनी छोड़ दी है हमने,
वरना हर चेहरे पे रंग हमारा ही होता।
अजीब सी आदत और गज़ब की फितरत है मेरी,
मोहब्बत हो कि नफरत हो बहुत शिद्दत से करता हूँ।
तुम बहते पानी से हो हर शक्ल में ढल जाते हो,
मैं रेत सा हूँ मुझसे कच्चे घर भी नहीं बनते।
मैं न अन्दर से समंदर हूँ न बाहर आसमान,
बस मुझे उतना समझ जितना नजर आता हूँ मैं।
दिखावे की मोहब्बत तो जमाने को है हमसे पर,
ये दिल तो वहाँ बिकेगा जहाँ ज़ज्बातो की कदर होगी।
हाथ में खंजर ही नहीं आँखों में पानी भी चाहिए,
हमें दुश्मन भी थोड़ा खानदानी चाहिए।
दिल है कदमों पे किसी के सर झुका हो या न हो,
बंदगी तो अपनी फ़ितरत है ख़ुदा हो या न हो।
बस दीवानगी की खातिर तेरी गली मे आते हैं,
वरना आवारगी के लिए तो सारा शहर पड़ा है।
जरा सा हट के चलता हूँ ज़माने की रिवायत से,
कि जिन पे बोझ डाला हो, वो कंधे याद रखता हूँ।
फर्क बहुत है तुम्हारी और हमारी तालीम में,
तुमने उस्तादों से सीखा है और हमने हालातों से।
हराकर कोई जान भी ले ले तो मंज़ूर है मुझको,
धोखा देने वालों को मैं फिर मौका नहीं देता।
Attitude Shayari 2 Line
ज़मीं पर आओ फिर देखो हमारी अहमियत क्या है,
बुलंदी से कभी ज़र्रों का अंदाज़ा नहीं होता।
क़ाफ़िले में पीछे हूँ कुछ बात है वरना,
मेरी ख़ाक भी ना पाते मेरे साथ चलने वाले।
सही वक्त पर करवा देंगे हदों का एहसास,
कुछ तालाब खुद को समंदर समझ बैठे.
एहसान ये रहा तोहमत लगाने वालों का मुझ पर,
उठती उँगलियों ने मुझे मशहूर कर दिया।
छोड़ दी है अब हमने वो फनकारी वरना,
तुझ जैसे हसीन तो हम कलम से बना देते!
गुमान ना कर अपने दिमाग पर ऐ दोस्त,
जितना तेरे पास है उतना तो मेरा खराब रहता है।
शोर करते रहो तुम सुर्ख़ियों में आने का,
हमारी तो खामोशियाँ भी एक अखबार हैं।
मेरा यही अंदाज इस जमाने को खलता है, कि
इतना पीने के बाद भी सीधा कैसे चलता है!
नाज़ क्या इस पे जो बदला ज़माने ने तुम्हें,
हम हैं वो जो ज़माने को बदल देते हैं।
गुमां इतना नहीं अच्छा तू सुन ले पहले जाने के,
पलटने पर मुकर सकता हूँ तुझको जानने से भी।
मेरे लफ्जों से न कर मेरे किरदार का फ़ैसला,
तेरा वजूद मिट जायेगा मेरी हकीकत ढूंढ़ते ढूंढ़ते।
महबूब का घर हो या फरिश्तों की हो ज़मी,
जो छोड़ दिया फिर उसे मुड़ कर नहीं देखा।
ख्वाब में तो ख्वाब पूरे हो नहीं सकते कभी,
इसलिए राहे हकीकत पर चला करता हूँ !
सबके दिलों में धड़कना जरूरी नहीं होता साहब,
लोगों की आँखों में खटकने का भी एक मजा है।
समंदर बहा देने का जिगर तो रखते हैं लेकिन,
हमें आशिक़ी की नुमाइश की आदत नहीं है दोस्त।
मेरे बारे में अपनी सोच को थोड़ा बदल के देख,
मुझसे भी बुरे हैं लोग तू घर से निकल के देख।
हादसों की ज़द में हैं तो क्या मुस्कुराना छोड़ दें,
जलजलों के खौफ से क्या घर बनाना छोड़ दें?
Best Attitude Shayari 2 Line
हमको मिटा सके यह ज़माने में दम नहीं,
हमसे ज़माना ख़ुद है ज़माने से हम नहीं।
हम ना बदलेंगे वक्त की रफ़्तार के साथ,
हम जब भी मिलेंगे अंदाज पुराना होगा।
इलाज ये है कि मजबूर कर दिया जाऊँ,
वगरना यूँ तो किसी की नहीं सुनी मैंने।
आग लगाना मेरी फितरत में नही है,
मेरी सादगी से लोग जलें तो मेरा क्या कसूर।
ठहर सके जो लबों पे हमारे,
हँसी के सिवा है मजाल किसकी।
लोग वाकिफ हैं मेरी आदतों से,
रूतबा कम ही सही पर लाजवाब रखता हूँ।
मैं मोहब्बत करता हूँ तो टूट कर करता हूँ,
ये काम मुझे जरूरत के मुताबिक नहीं आता।
एक इसी उसूल पर गुजारी है जिंदगी मैंने,
जिसको अपना माना उसे कभी परखा नहीं।
प्यार के दो मीठे बोल से खरीद लो मुझे,
दौलत दिखाई तो सारे जहां की कम पड़ेगी।
चलो आज फिर थोडा मुस्कुराया जाये,
बिना माचिस के कुछ लोगो को जलाया जाये।
जिसे निभा न सकूँ ऐसा वादा नहीं करता,
दावा कोई औकात से ज्यादा नहीं करता।
संभल कर किया करो लोगो से बुराई मेरी,
तुम्हारे तमाम अपने मेरे ही मुरीद हैं।
ऐसा नहीं कि कद अपने घट गए,
चादर को अपनी देख कर हम खुद सिमट गए।
अक्सर वही लोग उठाते हैं हम पर उँगलियाँ,
जिनकी हमें छूने की औकात नहीं होती।
अगर लोग यूँ ही कमियां निकालते रहे तो,
एक दिन सिर्फ खूबियाँ ही रह जायेगी मुझमें।
रूठा हुआ है मुझसे इस बात पर ज़माना,
शामिल नहीं है मेरी फ़ितरत में सर झुकाना।