हम सभी को चांद बेहद पसंद है और कभी-कभी तो हम इसकी खूबसूरती में इसे खो देते हैं, क्योंकि कोई चकोर चांद के प्यार में खो जाता है। कुछ लोग तो चाँद से बहुत प्यार करते हैं, क्योंकि उसका रूप ही इतना अद्भुत है कि हम फिर भी नहीं रह पाते। चांद हमें इस दुनिया की सबसे खूबसूरत चीज की याद दिलाता है तो आज हम आप सभी के लिए लेकर आए हैं Chand Shayari in Hindi जिसकी मदद से आप चांद या चांद जैसे खूबसूरत लोगो की तारीफ कर सकते हैं।
आज हमारे साथ बहुत ही खूबसूरत chand shayari gulzar और Shayari for Chand in Hindi पढ़ें या अपने खास लोगो के साथ शेयर करें। ये आज की शायरी चांद की तारीफ के साथ उन खूबसूरत लोगों की खूबसूरती को भी बढ़ाने में मदद करेगी। अपने प्यार को भेजिया चांद शायरी या उनको स्पेशल फील करवाएं।
Chand Shayari 2 Line
चाँद मत मांग मेरे चाँद जमीं पर रहकर
खुद को पहचान मेरी जान खुदी में रहकर
रातों में टूटी छतों से टपकता है चाँद
बारिशों सी हरकतें भी करता है चाँद
यक़ीन चाँद पे सूर में एश्तिबार भी रख
मगर निगाह में थोड़ा सा इंतिज़ार भी रख
चलो चाँद का किरदार अपना लें
हम दाग अपने पास रखें और रौशनी बाँट दें।
ना छत पर है कभी आता ना घर से कभी निकलता है
मेरा महबूब जैसे चांद सा घटाओ में छिपता है
न चाहकर भी मेरे लब पर ये फरियाद आ जाती है
ऐ चाँद सामने न आ किसी की याद आ जाती है।
चाँद को तो चाहने वाले है सभी
पर देखना ये है की चाँद किस पर फ़िदा होता है
उस के चेहरे की चमक के सामने सादा लगा
आसमां पे चांद पूरा था मगर आधा लगा !
दीवाना-ए-जुस्तुजू हो गया चांद
बादल से गिर के खो गया चांद !
चांद पर थोड़ा गुरूर हम भी कर लें,
पर मेरी नजरें पहले महबूब से तो हटें !
वो कौन था जो दिन के उजाले में खो गया
ये चांद किस को ढूंढने निकला है शाम से !
चांद से तो हर किसी को प्यार है,
मैं खुशनसीब हूं कि चांद को मुझसे प्यार है !
कभी तो आसमां से चांद उतरे जाम हो जाए
तुम्हारे नाम की एक खूबसूरत शाम हो जाए !
Chand Par Shayari in Hindi
आज मुद्दतों बाद मुझे मेरे चांद का दीदार तो हुआ,
बेशक एक दूसरे से हम गले लगकर न मिले,
पर दो घड़ी ही सही उसका दीदार तो हुआ।
चाहते तो हम भी तुम्हे एक जमाने से थे
मगर ये चांद कब मोहब्बत करने वालो का हुआ है
ऐ चाँद मुझे बता तू मेरा क्या लगता है
क्यूँ मेरे साथ सारी रात जगा करता है
मैं तो बन बैठा हूँ दीवाना उनके प्यार में
क्या तू भी किसी से बेपनाह मोहब्बत करता है।
तू चाँद और मैं सितारा होता
आसमान में एक आशियाना हमारा होता
लोग तुम्हे दूर से देखते
नज़दीक़ से देखने का हक़ बस हमारा होता
पूछो इस चाँद से कैसे सिसकते थे हम
उन तन्हा रातों में तकिये से लिपटकर रोते थे हम
तूने तो देखा नही छोड़ने के बाद
दिल का हर एक राज़ चाँद से कहते थे हम।
चांद सा चेहरा देखने की इजाजत दे दो हमें
तुम्हें अपना बनाने की इजाजत दे दो हमें
हम इश्क करना चाहते हैं तुमसे
इश्क करने की इजाजत दे दो हमें !
इतने घने बादल के पीछे
कितना तन्हा होगा चांद !
कितना प्यारा होगा चांद !
हर रंग है तेरे आगे फीका
महताब है फूल चांदनी का !
एक बार दीदार के लिए तो निकाल !
अब चांद में भी नजर आने लगा है
चेहरा उनका,
जब से इजहार-ए -मोहब्बत हुआ है उनका !
बेचैन इस कदर था
कि सोया न रात भर
पलकों से लिख रहा था
तेरा नाम चांद पर !
चाँद के दीदार में तुम छत पर क्या चली आई
शहर में ईद की तारीख मुक्कमल हो गयी
आज टूटेगा गुरूर चाँद का तुम देखना यारो
आज मैंने उन्हें छत पर बुला रखा है।
चाँद में नज़र कैसे आए तेरी सूरत मुझको
आँधियों से आसमाँ का रंग मैला हो गया।
Chand ki Shayari in Hindi 2025
पत्थर की दुनिया जज़्बात नहीं समझती
दिल में क्या है वो बात नहीं समझती
तनहा तो चाँद भी सितारों के बीच में है
पर चाँद का दर्द वो रात नहीं समझती।
सुनो मेरी जान चांद को जगह दिखानी होगी
बस तुम्हे माथे पर एक दिन बिंदिया लगानी होगी
उसके चेहरे की चमक के सामने सब सादा लगा
आसमान पे चाँद पूरा था मगर आधा लगा
काश मैं उनका अंबर वो मेरी चांद बन जाए
कुछ इस तरह हम दोनों एक दूजे के हो जाए
मुन्तज़िर हूँ कि सितारों की जरा आँख लगे
चाँद को छत पे बुला लूँगा इशारा करके।
कितना हसीन चाँद सा चेहरा है
उसपे शबाब का रंग गहरा है
खुदा को यकीन न था वफ़ा पे
तभी चाँद पे तारों का पहरा है।
चाँद से तुझ को जो दे निस्बत सो बे इंसाफ़ है
चाँद के मुँह पर हैं छाईं तेरा मुखड़ा साफ़ है
जिंदगी में मानो पूनम की रोशनी सा उजाला आया है
जब से मैंने उसे अपना चांद बनाया है
जिस चाँद के हजारों हो चाहने वाले
वो क्या समझेगा एक सितारे की कमी को
तू अपनी निगाहों से न देख खुद को
चमकता हीरा भी तुझे पत्थर लगेगा
सब कहते होंगे चाँद का टुकड़ा है तू
मेरी नजर से चाँद तेरा टुकड़ा लगेगा
इक अदा आपकी दिल चुराने की
इक अदा आपकी दिल में बस जाने की
चेहरा आपका चाँद सा और एक
हसरत हमारी उस चाँद को पाने की
वो चाँद कह के गया था कि आज निकलेगा
तो इंतिज़ार में बैठा हुआ हूँ शाम से ही मैं
2025 Chand Shayari in Hindi
रात को जब चाँद सितारे चमकते हैं
हम हरदम आपकी याद में तड़पते हैं
आप तो चले जाते हो छोड़कर हमें
हम रात भर आपसे मिलने को तरसते हैं
देखने के बाद आपको हमें होश कहां रहेगा
हम रहेंगे वहाँ जहाँ चांद हमारा रहेगा
क्या तुझे पता है-
चांद में तू नजर आया था मुझे
मैंने मोहब्बत नहीं देखी थी !
न चाहते हुए भी मेरे लब पर ये फरियाद आ जाती है
ऐ चाँद सामने न आए सनम की याद आ जाती है
मेरा और चाँद का मुक़द्दर एक जैसा है
वो तारो में अकेला मैं हजारो में अकेला।
नजर में आपकी नज़ारे रहेंगे
पलकों पर चाँद सितारे रहेंगे
बदल जाये तो बदले ये ज़माना
हम तो हमेशा आपके दीवाने रहेंगे
बादल चाँद को छुपा सकता है
आकाश को नहीं हम सब को
भुला सकते हैं आपको नहीं
सुबह हुई कि छेड़ने लगता है सूरज मुझको
कहता है बड़ा नाज़ था अपने चाँद पर अब बोलो
चाँद के लिए सितारे अनेक है
लेकिन सितारों के लिए चाँद एक है
आपके लिए तो हज़ारों होंगे
लेकिन हमारे लिए आप एक हैं
तुझको देखा तो फिर उसको ना देखा मैं
चाँद कहता रह गया मैं चाँद हूँ मैं चाँद हूँ
सारी रात गुजारी हमने इसी इन्तजार में की
अब तो चाँद निकलेगा आधी रात में
ऐ चाँद चला जा क्यों आया है तू मेरी चौखट पर
छोड़ गया वो शख्स जिसके धोखे में तुझे देखते थे।
न चाहते हुए भी मेरे लब पर ये फरियाद आ जाती है
ऐ चाँद सामने न आ सनम की याद आ जाती है।
पूछो इस चाँद से कैसे सिसकते थे हम
उन तन्हा रातों में तकिये से लिपटकर रोते थे हम
तूने तो देखा नही छोड़ने के बाद
दिल का हर एक राज़ चाँद से कहते थे हम।
Conclusion
ये थी हमारी आज की बहुत ही खास चाँद शायरी हिंदी में। आशा करती है आपको हमारी Chand Shayari in Hindi शायरी बेहद पसंद आएगी। ऐसी ही और शायरी पढ़ने के लिए हमारी हर Everydayshayari.com पर विजिट करें और फॉलो करें।