Gulzar Shayari In Hindi (Hindi Shayari By Gulzar)

Gulzar Shayari In Hindi
एक बहुत ही प्यारे कवि जो अपनी खूबसूरत और नाजुक कविता के लिए जाने जाते हैं। एक कागज पर अपने शब्दों के माध्यम से भावनाओं का प्रतिनिधित्व करना एक महान कला है और हम सभी की सराहना और प्यार का हकदार है। हम में से कुछ लोग गुलज़ार के बारे में कुछ नहीं जानते या जानते होंगे, लेकिन हमने Gulzar Shayari In Hindi के बारे में ज़रूर सुना है। वह वही हैं जो अपनी शायरी और दिल टूटने वाली भावनाओं के लिए बहुत जाने जाते हैं जो हमें अभिभूत कर देती हैं।

गुलजार की शायरी दर्द भरी, गुलजार की दो लाइन शायरी love, गुलजार की शायरी जिंदगी दोस्ती आप सभी के दिल को छू लेगी या आपको प्यार, दर्द, दोस्ती या कई सारे रिश्तों को प्यार कराएगी। अगर आप किसी भी तरह से उदास हैं, प्यार मोहब्बत में है तो ये सभी गुलज़ार शायरी आप सभी को ज्यादा पसंद आएगी।

Gulzar Love Shayari in Hindi

हम समझदार भी इतने हैं के
उनका झूठ पकड़ लेते हैं
और उनके दीवाने भी इतने के फिर भी
यकीन कर लेते है।

दौलत नहीं शोहरत नहीं,न वाह चाहिए
“कैसे हो?” बस दो लफ़्जों की परवाह चाहिए।

कभी जिंदगी एक पल में गुजर जाती है
कभी जिंदगी का एक पल नहीं गुजरता।

जब से तुम्हारे नाम की मिसरी होंठ से लगाई है
मीठा सा गम मीठी सी तन्हाई है।

मेरी कोई खता तो साबित कर
जो बुरा हूं तो बुरा साबित कर│

तो कभी हुआ नहीं,
गले भी लगे और छुआ नहीं।।

जरा ठहरो तो नजर भर देखु,
ज़मीं पे  चांद कहां रोज-रोज उतरता है।।

आंसू बहाने से कोई अपना नहीं होता ,
जो अपना होता है वो रोने ही कहां देता है।।

एक बार फिर इश्क़ करेंगे हम,
अभी सिर्फ भरोसा उठा है जनाजा नहीं।।

मुझे खौफ कहां  मौत का,
मैं तो जिंदगी से डर गया हूं।।

तुम्हें चाहा है कितना तू क्या जाने
चल मैं बेवफा ही सही
तू अपनी वफ़ा साबित कर।

पलक से पानी गिरा है, तो उसको गिरने दो,
कोई पुरानी तमन्ना, पिंघल रही होगी।

आदतन तुम ने कर दिए वादे,
आदतन हमने ऐतबार किया।

तेरी राहो में बारहा रुक कर,
हम ने अपना ही इंतज़ार किया।।

अब ना मांगेंगे जिंदगी या रब,
ये गुनाह हमने एक बार किया।।।

मैंने मौत को देखा तो नहीं,
पर शायद वो बहुत खूबसूरत होगी। 

कमबख्त जो भी उससे मिलता हैं,
जीना ही छोड़ देता हैं।।

Gulzar Shayari on Love in Hindi

टूट जाना चाहता हूँ, बिखर जाना चाहता हूँ,
में फिर से निखर जाना चाहता हूँ।
मानता हूँ मुश्किल हैं,
लेकिन में गुलज़ार होना चाहता हूँ।।

आंख तो भर आयी थी पानी से,
तेरी तस्वीर जल गयी कैसे।।

दर्द हल्का है साँस भारी है,
जिए जाने की रस्म जारी है।

उधड़ी सी किसी फिल्म का एक सीन थी बारिश,
इस बार मिली मुझसे तो गमगीन थी बारिश।

कुछ लोगों ने रंग लूट लिए शहर में इस के,
जंगल से जो निकली थी वो रंगीन थी बारिश।।

देर से गूंजते हैं सन्नाटे, 
जैसे हम को पुकारता है कोई।

हवा गुज़र गयी पत्ते थे कुछ हिले भी नहीं,
वो मेरे शहर में आये भी और मिले भी नहीं।।

वो मोहब्बत भी तुम्हारी थी नफरत भी तुम्हारी थी,
हम अपनी वफ़ा का इंसाफ किससे माँगते..
वो शहर भी तुम्हारा था वो अदालत भी तुम्हारी थी।

बेशूमार मोहब्बत होगी उस बारिश की बूँद को इस ज़मीन से,
यूँ ही नहीं कोई मोहब्बत मे इतना गिर जाता है!

आप के बाद हर घड़ी हम ने
आप के साथ ही गुज़ारी है।

तुम्हे जो याद करता हुँ, मै दुनिया भूल जाता हूँ ।
तेरी चाहत में अक्सर, सभँलना भूल जाता हूँ ।

कुछ अलग करना हो तो
भीड़ से हट के चलिए,
भीड़ साहस तो देती हैं
मगर पहचान छिन लेती हैं।

एक  सुकून सा मिलता है तुझे सोचने से भी,
फिर कैसे कह दूँ मेरा इश्क़ बेवजह सा है ।।

अजीब सी दुनिया है यह साहब,
यहां लोग मिलते कम एक दूसरे में झांकते ज्यादा है।।

जिसे पा नहीं सकते जरूरी नहीं ,
कि उसे प्यार करना भी छोड़ दिया जाए।।

तेरे बगैर किसी और को देखा नहीं मैंने,
सूख गया वो तेरा गुलाब लेकिन फेंका नहीं मैंने।।

पहले लगता था तुम ही दुनिया हो,
अब लगता है तुम भी दुनिया हो।।

Gulzar Shayari on Life in Hindi

अच्छी किताबें और अच्छे लोग
तुरंत समझ में नहीं आते हैं,
उन्हें पढना पड़ता हैं।

इतना क्यों सिखाए जा रही हो जिंदगी
हमें कौन से सदिया गुजारनी है यहां।

थोड़ा सा रफू करके देखिए ना
फिर से नई सी लगेगी
जिंदगी ही तो है।

मैं वो क्यों बनु जो तुम्हें चाहिए
तुम्हें वो कबूल क्यों नहीं
जो मैं हूं।

बहुत छाले हैं उसके पैरों में
कमबख्त उसूलों पर चला होगा।

सुनो…
जब कभी देख लुं तुमको
तो मुझे महसूस होता है कि
दुनिया खूबसूरत है।

ये रोटियाँ हैं ये सिक्के हैं और दाएरे हैं
ये एक दूजे को दिन भर पकड़ते रहते हैं।

ख़ुशबू जैसे लोग मिले अफ़्साने में
एक पुराना ख़त खोला अनजाने में

ज़िंदगी यूँ हुई बसर तन्हा,
क़ाफ़िला साथ और सफ़र तन्हा।

खाली कागज़ पे क्या तलाश करते हो?
एक ख़ामोश-सा जवाब तो है।

शायर बनना बहुत आसान हैं,
बस एक अधूरी मोहब्बत की मुकम्मल डिग्री चाहिए।

मैं दिया हूँ
मेरी दुश्मनी तो सिर्फ अँधेरे से हैं
हवा तो बेवजह ही मेरे खिलाफ हैं।

बहुत अंदर तक जला देती हैं,
वो शिकायते जो बया नहीं होती।

एक सपने के टूटकर चकनाचूर हो जाने के बाद
दूसरा सपना देखने के हौसले का नाम जिंदगी हैं।

तकलीफ़ ख़ुद की कम हो गयी,
जब अपनों से उम्मीद कम हो गईं।

घर में अपनों से उतना ही रूठो
कि आपकी बात और दूसरों की इज्जत,
दोनों बरक़रार रह सके।

लोग कहते है की
खुश रहो
मगर मजाल है
की रहने दे।

देर से गूंजते हैं सन्नाटे,
जैसे हमको पुकारता है कोई.

कल का हर वाक़िया था  तुम्हारा,
आज की दास्ताँ है हमारी ।

अपने साये से चौंक जाते हैं,
उम्र गुजरी है इस क़दर तनहा.

मिलता तो बहुत कुछ है
ज़िन्दगी में
बस हम गिनती उन्ही की
करते है जो हासिल न हो सका।

Gulzar Shayari in Hindi 2 Lines

मैंने मौत को देखा तो नहीं,
पर शायद वो बहुत खूबसूरत होगी। 

कमबख्त जो भी उससे मिलता हैं,
जीना ही छोड़ देता हैं।।

“एक बार तो यूँ होगा, थोड़ा सा सुकून होगा,
ना दिल में कसक होगी, ना सर में जूनून होगा।”

ज़रा ये धुप ढल जाए ,तो हाल पूछेंगे ,
यहाँ कुछ साये , खुद को खुदा बताते हैं।  

सेहमा सेहमा डरा सा रहता है
जाने क्यों जी भरा सा रहता है। 

वक़्त रहता नहीं कहीं टिक कर,
आदत इस की भी आदमी सी है। 

बचपन में भरी दुपहरी में नाप आते थे पूरा मोहल्ला,
जब से डिग्रियां समझ में आयी पांव जलने लगे हैं।

मैंने दबी आवाज़ में पूछा? मुहब्बत करने लगी हो?
नज़रें झुका कर वो बोली! बहुत।

उसने कागज की कई कश्तिया पानी उतारी और,
ये कह के बहा दी कि समन्दर में मिलेंगे।

तकलीफ़ ख़ुद की कम हो गयी,
जब अपनों से उम्मीद कम हो गईं।

एक ही ख़्वाब ने सारी रात जगाया है,
मैं ने हर करवट सोने की कोशिश की। 

हाथ छुटे भी तो रिश्ते नहीं नहीं छोड़ा करते,
वक्त की शाख से लम्हें नहीं तोडा करते।

जिंदगी ये तेरी खरोंचे है मुझ पर
या फिर तू मुझे तराशने की कोशिश में है…

एक ना एक दिन हासिल कर ही लूंगा मंजिल..
ठोकरें ज़हर तो नहीं जो खा कर मर जाऊंगा।

खुदकुशी हराम है साहब,
मेरी मानो तो इश्क़ कर लो।

सलीका अदब का तो बरकरार रखिए जनाब,
रंजिशे अपनी जगह है सलाम अपनी जगह।।

इतने बेवफा नहीं है की तुम्हें भूल जाएंगे,
अक्सर चुप रहने वाले प्यार बहुत करते हैं।।

तुम्हारा साथ तसल्ली से चाहिए मुझे ,
जन्मों की थकान लम्हों में कहाँ उतरती है।।

मेरी किस्मत में नहीं था तमाशा करना,
बहुत कुछ जानते थे मगर ख़ामोश रहे।।

हाथ छूटें भी तो रिश्ते नहीं छोड़ा करते
वक्त की शाख से लम्हे नहीं तोड़ा करते।

Last Few Worlds
यही हाय या बहुत सारा प्यार या दर्द से भरी शायरी पैदा करना चाहते हैं या अपने दोस्तों और प्रियजनों के साथ शेयर करना चाहते हैं तो ये सभी शायरी आप सभी के लिए ही बनी हैं। आशा करते हैं आप सभी को हमारी आज की गुलज़ार शायरी पसंद आएगी या आप हमारे साथ इसी तरह जुड़े रहेंगे। तो इसी तरह आज की ये शायरी शेयर करें या फॉलो करें Everydayshayari.com.

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