कृष्ण के जन्म का त्यौहार आया है आयो हम सभी मिलकर इस दिन को बहुत ही धूम धाम से मनाते हैं। आज का दिन बहुत ही शुभ माना जाता है जिसके लिए हम लेकर आये हैं Janmashtami Shayari। हम सभी हमारे कृष्ण से बेहद प्यार करते हैं तो आज का ये पावन दिन जश्न मनाना हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है
तो आइए आज हम सब मिलकर कृष्ण के साथ इस दुनिया में आगमन करें, यानी कि उनका जन्म जो जन्माष्टमी के रूप में मनाए। आज की शायरी की मदद से आप कृष्ण की लीलाओ को फिर से जानेंगे और कृष्ण की यादों में खो जायेंगे। ये शायरी आपका कृष्ण के लिए प्रेम को और भी बढ़ा देगी।
Krishna Janmashtami Shayari
व्रज की गलियों में गूंजे बधाई,
कृष्ण जन्म की खुशियाँ हर ओर छाई।
माखन के संग भक्ति का दीप जलाएं,
सभी मिलकर प्रेम से सबको गले लगाएँ।
श्याम संग राधा की रास रचाई,
गोपियों के दिल में बसी खुशियाँ लाई।
जन्माष्टमी के प्यारे दिन पर,
आपको बधाई हो, भगवान कृष्ण की कृपा सदा बनी रहे।
मक्खन चोर, गोपियों के प्यारे,
दिलों में बसने वाले, सदा हमारे।
|| श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं! ||
पलकें झुकें और नमन हो जाए,
मस्तक झुके और वंदन हो जाए,
ऐसी नजर कहाँ से लाऊं, मेरे कन्हैया
कि आपको याद करूँ,
और आपके दर्शन हो जाए।
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं!
माखन चुराकर जिसने खाया,
गोपियों संग जिसने रास रचाया,
देवकी-यशोदा का प्यारा,
वो नंदलाल आज फिर आया।
यशोदा की गोद में, नंद का लाडला,
बाल गोपाल, सबका मन मोह ले वाला।
कन्हैया तेरे भक्तों का तेरे बिना क्या होगा,
तू जो साथ नहीं तो हमारा क्या होगा।
तू है प्रेम की मूरत, तू है भक्तों का सहारा,
हम सबकी नैया पार लगाने वाला तू ही हमारा।
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं!
यह रात बहुत खास है,
कृष्णा का जन्मोत्सव पास है।
जमुना के तट पर गूंज रही बाँसुरी,
हाथों में माखन का पात्र और मुरली की मधुर आवाज़ है,
राधा की भक्ति मुरली की मिठास,
माखन का स्वाद और गोपियों का रास,
सब मिलके बनाते हैं जन्माष्टमी का दिन खास
|| श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं! ||
Shayari on Janmashtami
बंसी सब सुर त्यागे है, एक ही सुर में बाजे है
हाल न पूछो मोहन का, सब कुछ राधे राधे है
यशोदा के नंदलाला, राधा के गोपाला।
बंसी की धुन पर सबको नचाता,
राधा की चाहत है ये दिल में बसी है,
कृष्ण जन्माष्टमी के प्यारे से त्योहार की शुभकामनाएं।
मुरली मनोहर कृष्ण, अनंत नंदकुमार।
बंसी बजाते राधा के दिल को भरते,
गोपियों के मन को चुराते हैं तुम,
जन्माष्टमी के पावन अवसर पर बधाई हो।
नंद के लाला, यशोदा के बाला।
बंसी की धुन सुनकर सबको नचाते हो।
गोपियों के दिल में बसते हो तुम,
जन्माष्टमी की हार्दिक बधाई हो।
राधा के श्याम, मेरे कृष्ण कन्हैया।
तुम्हारी लीला देखकर सबको भाते हो।
गोपियों के मन को चुराते हो तुम,
जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर बधाई हो।
नंदलाल की जय हो, यशोदा के लाला।
तुम्हारी लीला देखकर सबको नचाता।
गोपियों के दिल को चुराते हो तुम,
जन्माष्टमी की शुभकामनाएं।
श्याम संग राधा की रास रचाई,
गोपियों के दिल में बसी खुशियाँ लाई।
जन्माष्टमी के प्यारे दिन पर,
आपको बधाई हो, भगवान कृष्ण की कृपा सदा बनी रहे।
बंसी बजाते सबको मदमस्ती भरते।
गोपियों के मन को चुराते हो तुम,
जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं।
Janmashtami Shayari in Hindi
राधा रानी की सच्ची प्रीत का यह ईनाम है,
कान्हा से पहले लोग लेते राधा का नाम हैं।
कृष्ण और राधा के प्रेम की यही है कहानी,
मुरलीधर की बंसी की राधा रानी है दीवानी।
राधा-कृष्ण की भक्ति में मगन दुनिया है सारी,
दोनों की मोहिनी मूरत लगती है बहुत प्यारी।
कान्हा संग राधा है, तो राधा रंग हैं मुरारी,
इनके आशीर्वाद ने भक्तों की बिगड़ी किस्मत है संवारी।
कृष्ण की मोहिनी सूरत राधा के दिल में बसी है,
मोहन के प्रेम में राधिका रंगी हैं।
कृष्ण के प्रेम में राधा भूल गईं सारा जहां,
जहां-जहां कृष्ण, राधा भी हैं वहां।
कृष्ण के संग राधा की बात प्रेम की गहराई बताती है,
राधा की वाणी की मिठास, कृष्ण की सच्चाई दिखलाती है।
कृष्ण की मोहिनी सूरत राधा के दिल में बसी है,
मोहन के प्रेम में राधिका रंगी हैं।
कृष्ण के प्रेम में राधा भूल गईं सारा जहां,
जहां-जहां कृष्ण, राधा भी हैं वहां।
राधा-कृष्ण की प्रेम लीला में छिपा है प्यार और समर्पण,
राधा की आंखे हैं कान्हा के मन का दर्पण।
कान्हा और राधा के प्यार ने सिखाया है दुनिया को सच्ची प्रीत का अर्थ,
इनके सुमिरन के बिना जीवन है व्यर्थ।
पूर्ण हैं श्रीकृष्ण परिपूर्ण है श्रीराधे,
आदि हैं श्रीकृष्ण अनंत है श्रीराधे।
सदा साथ लिए जाते हैं ये दोनों नाम,
राधा-कृष्ण बनाएं आपके सभी बिगड़े काम।
प्रेम की भाषा होती है बहुत आसान,
राधा-कृष्ण की कहानी देती है यही पैगाम।
राधा के मन में हैं कृष्ण, कृष्ण के मन में हैं राधा
इन दोनों का नाम दूर करता है हर बाधा।
Krishna Janmashtami Shayari in Hindi
कान्हा की बांसुरी की धुन में छिपा प्यार है,
राधा नाम सुनकर कृष्ण आते हर बार हैं।
दोनों की ऐसी है प्रेम कहानी,
कृष्ण के नाम की राधा हैं दीवानी।
मन में जिनके राधा-कृष्ण बसते हैं,
उनके बिगड़े काम सदा ही बनते हैं।
नन्दलाल की मोहिनी सूरत को दिल में बसाइए,
आप भी राधे-राधे कहकर अपना जीवन सजाइए।
राधा-कृष्ण पूरी करते हैं भक्तों की पुकार,
इनका नाम करता है जीवन का उद्धार।
जिसने भी राधा-कृष्ण को मन में बसाया है,
जीवन की हर राह पर प्रभु को साथ पाया है।
मिश्री से मीठे नन्द लाल के बोल,
इनकी बातें हैं सबसे अनमोल।
जन्माष्टमी के इस पावन अवसर पर,
दिल खोल के जय श्री कृष्ण बोल।।
इश्क, मोहब्बत और प्यार ये सब तो आम है,
कान्हा की तस्वीर से सुन्दर ना सुबह ना शाम है।
कृष्ण की बांसुरी की धुन सुनो,
रात के अंधेरों में रोशनी पाओ।
माखन-मिश्री से भरी हुई थालियां,
प्रेम और भक्ति का पर्व मनाओ
माखन चुराकर जिसने खाया
मां यशोदा के दिल को जो भाया
गोपियों के साथ जिसने रास रचाया
यही है कान्हा जिसने सबको प्यार करना सिखाया
राधा के दिल में कृष्णा बसते हैं
प्रेम के दिल दीप जलते हैं
जन्माष्टमी की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं!
Last Few Words
हम आशा करते हैं कि आपकी हमारी लाई गई आज की Janmashtmi Shayari बेहद पसंद आएगी। आप इन शायरियो को कृष्ण भक्तों के साथ जरूर शेयर करें और इसी और शायरी पढ़ने के लिए विजिट करें Everydayshayari. शायरियो की मदद से आपका कृष्ण के प्रति प्रेम और बढ़ जाएगा।