मां की ममता असीम होती है और उसी ममता के प्रति प्रेम भाव से सुसज्जित होकर हमने 80 से अधिक Maa Shayari लिखी है हमारी सभी maa shayari hindi में मां को समर्पित है जिनमे प्यार स्नेह सम्मान और ममता को व्यक्त किया गया है.
Maa Shayari In Hindi: आज हम आपको मां शायरी (Maa Shayari In Hindi) के बारे में विस्तार से बताया है। (माँ पर कुछ लाइन्स) और हम इस आर्टिकल में माँ पर शायरी, माँ के लिए कुछ शब्द, (maa ke liye shayari in hindi) माँ के लिए शायरी इन हिंदी, Maa Shayari इन सभी के बारे आपके लिए लाये है आप अपनी माँ के लिए अपने स्टेटस पर लगाए और अपने मित्रो को भी शेयर करे|
Maa Shayari Collection in Hindi माँ के लिए सम्पूर्ण शायरी
मां सबकी जगह ले सकती है,
पर मां की जगह कोई नही ले सकता…!
मां का दिन नही होता,
मां से हर दिन होता है…!
दिल तोड़ना कभी सीखा ही नही मैने
क्योंकि प्यार करना मां से सीखा है…!
जब दवा काम नही आती,
तब मां की दुआ काम आती है…!
सुकून लिखूं या “मां” !
बात तो एक ही है…!
जिसके होने से मैं खुद को मुकम्मल मानता हु,
मैं खुद से पहले अपनी मां को जनता हु…!
मां के बगैर घर सुना होता है,
और बाप के बगैर जिंदगी…!
मां के लिए मैं क्या लिखूं यारो,
मैं खुद मां की लिखावट हु…!
मुस्कुराती मां हैं,
और सुकून हमे मिलता है…!
सब बदल जाते है यार भी प्यार भी,
बस एक मां की मोहब्बत नही बदलती…!
बिना ज़िक्र ही मेरी फिक्र है तुझे,
बड़ी अजब है तेरी ये अदा मेरी मां…!
मां की दुआ बाप का प्यार,
बाकी दुनिया मतलबी यार…!
घर जाते ही सबसे पहले,
मां को ढूंढना यही प्रेम है…!
ये जिंदगी है जनाब,
मां नही जो हर वक्त प्यार दे…!
मां ने एक बात ये भी कही थी,
उसी से प्यार करना जो मेरे जितना प्यार दे…!
मेरा हाथ तो पकड़ो,
मैं साबित करूंगा हर कोई छोड़ कर चला जाता है सिवाय मां के…!
अगर किसी से मोहब्बत की जाए,
तो मां की राय जरूर ली जाए…!
और कितना पराया करेगी ये दुनिया मुझे,
काश ऐसे वक्त में मेरी मां मेरे साथ होती…!
हां ठीक हु… इतना कहने पर कहा मानती है मां,
क्योंकि धड़कने उसी की है, सब जानती है मां…!
मां की आवाज दिल को सुकून देती है,
चाहे फोन पर ही क्यों ना हो…!
मां को पूजने वाली भीड़ ने देखा ही नहीं,
के भीड़ में एक मां भी भूली खड़ी है…!
Maa shayari 2 lines दो लाइन माँ शायरी
मेरे सामने कहा वो उदास होती है,
वो एक मां है सबसे छुप के रोती है…!
हार जाता हु मै जब जिंदगी की रेस,
मां हौसला बढ़ा देती है सर पे हाथ रखकर…!
अगर सच्चा प्यार तलाश रहे हो,
तो एक बार मां के अंचल में सर रखकर देखो…!
कोई उम्र भर किसी का सहारा कहा बनता है,
कितनी भी कोशिश करले मां से प्यार कहा बनता है…!
जिन्हे तुम ठोकरें खाने पर मजबूर करते हो दुनिया वालो,
वो भी किसी मां का लाल है…!
ना कोई मंजिल होती है ना ही कोई राह दिखाने वाला,
बच्चे दर बदर हो जाए है बस एक मां से बिछड़ कर…!
कितना भी दर्द देती रहे ये जिंदगी हमे
मां एक बार गले लगा ले तो सुकून मिल जाता है…!
मां वो हस्ती है,
जिसकी दुआओं में रहमत बस्ती है…!
कभी गुलाब तो नही दिया मैने उसे,
मां फिर भी प्यार करती है मुझे…!
हर तकलीफ अपनी सबसे छुपाती है,
लाख गम हो मां फिर भी मुस्कुराती है…!
मां कहती है मन लगाकर पढ़ाई करो,
मैं ना उड़ सकी तुम तो उड़ो…!
मां एक ऐसा सितारा है,
जो दिन रात चमकता रहता है…!
बस मां से मोहब्बत करो,
बाकी तो सब मोह माया है…!
अगर कोई मां से प्यार हो सकता है,
तो वो सिर्फ उसकी ममता है…!
मुझे सबके सामने अपना कहती है,
वही तो मां है जो मेरे लिए सब कुछ सहती है…!
मैं किसी और के नाम करने जा रहा था ज़िन्दगी अपनी,
फिर अचानक मुझे अपनी माँ का ख्याल आया…!
बस मां से मोहब्बत करो,
बाकी तो सब मोह माया है…!
मां नही होने देगी कभी अकेलेपन का एहसास,
वो मेरे साथ मेरी हर मुसीबत से लड़ती है…!
मां के लिए जीता हु,
और मां के लिए ही जियूंगा…!
Beti Maa Shayari in Hindi बेटी माँ शायरी
हर दर्द हर मुसीबत से अकेले ही निकालती है,
किसी मां से पूछना वो बेटी कैसे पालती है…!
कभी खुलकर सबके सामने रोती भी नही है,
अपनी बेटी की फिक्र में मां सोती भी नही है…!
बेटी जाग रही हो तो खुद भी नही सोती,
ये वो मां है जो कभी उदास नहीं होती…!
मैं चंद लफ्जो में बयां कैसे करू,
ये मां और बेटी का रिश्ता अजीब है यारो…!
कितनी मांगी है उसने दुआ जानते हो,
तुम मेरी मां के बारे में भला क्या जानते हो…!
अगर जिंदगी में कोई सच्चा है,
तो मां का प्यार, और उसका छोटा सा बच्चा है..!
सच ही कहती है दुनिया,
अगर बेटी बड़ी हो जाए तो मां घबराई सी रहती है…!
सोचो उस मां पर क्या गुजरती होगी,
जिसकी बेटी उस्से बिना बात लड़ती होगी…!
सबको अपने अपने सपनो की पड़ी है,
बस एक मां है जो सबके साथ खड़ी है…!
मेरी वजह से होते हुए देखू,
खुदा ना करे मैं मां को रोते हुए देखू…!
ये प्यार मोहब्बत का खेल खेलने वाले,
मां की ममता को किसी और पर लूटा देते है…!
ये दुनियां ये पूरी कायनात मिल जायेगी,
तुम कभी मां से भी पूछना वो आज क्या खाएगी…!
जिन्हे सुनकर ही हमारी तबियत बिगड़ी है,
मां हर रोज ऐसे दुखो से लड़ती है…!
सूरज चांद सितारा कैसे हो सकता है,
कोई मां से प्यार कैसे हो सकता है…!
शहर से दूर हु और उसका फोन आया है,
मां ये पूछ रही है मैने क्या खाया है…!
जिसके पैरो की मिट्टी मेरे माथे की शान है,
उस मां के कदम छुओ जो सबसे महान है…!