हम लोग सभी अपनी जिंदगी में किसी ना किसी इंसान से एक बार तो बेइंतहा मोहब्बत करते हैं, जिसे बया करने के लिए हमें इश्क शायरी की जरूरत पड़ती है। इसलिए हम आज आप सभी के लिए बहुत ही प्यारी या मोहब्बत से भरी Ishq Shayari जो आपकी भावनाओं को बया करे।
अपने इश्क को जाहिर करने के लिए आपको कुछ बेहतर वाकयों की जरूरत है जो कि हम इस शायरी के माध्यम से आप लोगो के लिए लेकर आए हैं। ऐसी और बेहतरीन शायरी पढ़ने के लिए विजिट करें everydayshayari.com
मै भी तुम्हारे इश्क में मशहूर हो गया हूँ
तुमसे दिल लगाने को मजबूर हो गया हूँ
अब और न तड़पाओ अपने इस दीवाने को
पहले जुदाई में टूट के चूर-चूर हो गया हूँ।
तेरे इश्क की गली से नजर हटती नहीं है
बेचैन हो रात हूँ रात कटती नही है,
परिंदों की तरह परवाज करना है मुझे
लेकिन धुंध तेरे चाहत की छटती नहीं है
मै भी इश्क कोई गुनाह कर रहा हूँ
टूट के चाहता हूँ तुम्हे आगाह कर रहा हूँ
मेरे इस चाहत का कुछ तो सिला मिले
हर रात तेरी याद में खुद को तबाह कर रहा हूँ।
Mohabbate Ishq Shayari Hindi 2025
इश्क है तुमसे मेरी चाहत का हिसाब रख लेना
अगर हो सके तो मोहब्बत की किताब रख लेना
मिलूँगा तो अपने हर एक पल का हिसाब लूगाँ
तुम मेरे हर एक सवाल का जबाब रख लेना।
होना ही था ये इश्क हो गया है तुमसे
मोहब्बत का तार फिक्स हो गया है तुमसे,
बहुत सुकून था एक अकेले मोहब्बत में
अबतक तो और भी रिस्क हो गया है
इश्क के नशे में मदहोश हो रहा हूँ
मुझको संभालो यारों होश खो रहा हूँ,
जबसे हुआ है कमबख्त इश्क मुझे
जगाता हूँ रात भर और कम सो रहा हूँ ।
True Ishq Shayari for Girl Friend
तेरा सुरूर है कि अबतो उतरता नहीं है
इश्क के सिवा दिल कुछ करता नही है
बस तुम्हारे ख्वाब हैं हमारी आखों में
इन नजरों में और कुछ भे ठहरता नहीं हैं।
इश्क के गहरे समंदर में उतर कर देखना है
डूबना है इसमें और फिर तैर कर देखना है
किनारा मिलता है या लहर डूबाती है मुझे
तुम्हारे आखों के सागर में डूब कर देखना है
तुमसे आशिकी का हुनर सीखा है हमने
दरदे-दिल और दरदे-जिगर सीखा है हमने
किस तरह टूट के चाहना है किसी को
कैसे नजरो का होता है असर सीखा है हमने
Forever Ishq Shayari for Lover
बेपनाह सी मोहब्बत का सिला दो हमको
दो घूँट इश्क का जहर पिला दो हमको
मै तुमको फिर से टूट के मोहब्बत करूं
अगर न हो कोई असर तो गिला दो हमको
आखों में तुमने कोई राज छुपा रखा है
आशिकी का निराला अंदाज छुपा रखा है
हाले-दिल अक्सर सुना होगा तुमने हमारा
टूटे दिल का खनकता साज छुपा रखा है
तेरे सिवा मुझको कुछ और भाता नहीं है
नजरो में और कुछ नजर आता नहीं है
मै अकेली तन्हाई सी महसूस करती हूँ
जब तक मेरे सामने मुस्कराता नहीं है ।।
टकरा के शीशा पत्थर से चूर-चूर हो गया है
दिल मेरा इश्क में फिर से मजबूर हो गया है
मै लाख छुपा के रखता था महफ़िल से इसे
तुमसे इश्क करके बहुत मशहूर हो गया है
इश्क के चमन में जब चाहत का गुल खिलता है
दिल भवंरा बनकर उसे वहीँ हर रोज मिलता है
मै अपने दिल का अरमानो का हसाब रखता हूँ
हर पल लिखी जा रही है कोई किताब रखता हूँ